मील-के-पत्थर
2020 | स्वर्ण जयंती वर्ष |
2019 | एम आर – सैम की भारतीय वायुसेना को सुपुर्दगी |
2018 | प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ता व तथा कंपनी का सूचीबद्ध। |
2017 | एल आर सैम की सुपुर्दगी भारतीय नौसेना को |
2016 | शेयरों की वापस-खरीद पूर्ण। |
2015 | भारतीय थल-सेना को आकाश अस्त्रर-प्रणाली की सुपुर्दगी |
2014 | बी डी एल द्वारा भारत सरकार को अब तक का सर्वाधिक लाभांश प्रदत्तद |
2013 | विशाखापट्टणम स्थिात बी डी एल की तीसरी विनिर्माण इकाई का उद्घाटन |
2011 | राष्ट्रीपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटील द्वारा महाराष्ट्रघ के अमरावती में बी डी एल की इकाई के लिए शिलान्याेस |
2010 | बी डी एल की तीसरी विनिर्माण इकाई का विशाखापट्टणम में शिलान्याटस |
2008 | लंबी दूरी के सैम तथा भारी टॉरपिडो के लिए उत्पामदन एजेंसी बनना |
2007 | टैंकरोधी डिकॉय प्रणाली का उत्पा दन |
2004 | सामरिक मिसाइल के नौसेना संस्कदरण का उत्पाादन |
2003 | दूसरी पीढ़ी से आगे के ए टी जी एम का उत्पापदन |
2001 | हल्के भार वाले टॉरपिडो का उत्पाजदन |
2000 | मिनीरत्नक -1 कंपनी के रूप में श्रेणीकृत |
1994 | सामरिक मिसाइल उत्पावदन |
1992 | अनुसूची-बी में उन्ननयन |
1989 | सामरिक ए टी जी एम का उत्पानदन |
1986 | अनुसूची-सी में उन्न यन |
1985 | दूसरी पीढ़ी के ए टी जी एम का उत्पाददन |
1983 | आई जी एम डी पी के लिए प्रमुख उत्पाादन एजेंसी घोषित |
1971 | पहली पीढ़ी के ए टी जी एम का उत्पाुदन |
1970 | रक्षा मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रम के रूप में स्थाेपित |
Last Updated/Reviewed Date: 02/02/2021